बेटा तो भाग्य से पैदा होता है लेकिन बेटी सौभाग्य से प्राप्त होती है

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न्यूज़ एक्सपर्ट—

रज्जाक कुरैशी

सिकंदरा। कस्बे में बेटी के जन्म पर जबरदस्त जश्न के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परिवार वालों ने ढोल नगाड़ों से बेटी के आगमन पर स्वागत किया। आज भी लोग बेटा बेटी में भेदभाव करते हैं देखने को मिल जाते है। बेटी को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उनकी पैदा होने पर शोक मनाया जाता है। परंतु कुछ लोग इस प्रथा को तोड़ रहे हैं, ऐसी ही तस्वीर कानपुर देहात सिकंदरा कस्बे के गांधीनगर से आई हैं। यहां एक चौहान परिवार में बेटी पैदा होने पर ऐसा जश्न मनाया गया कि पूरा कस्बा देखता रह गया। सिकंदरा के रामू चौहान के यहां बेटी दीक्षा ने जन्म लिया था, कानपुर हॉस्पिटल से छुट्टी के कई माह बाद आज घर से झाडी बाबा मंदिर तक ढोल नगाड़े व रास्ता भर पटाखे फोड़े कर मोहल्ले भर में मिठाई बांटी गई। बेटी के पैदा होने में मोहल्ले व परिवार के लोग सामिल हुए और नाचते गाते हुए उन्होंने भी खुशियां मनायी। चौहान परिवार ने सही मायने में बेटी के जन्म पर जागरूकता का संदेश दिया है। वहीं बेटी के पिता का कहना है कि लड़के लड़कियों में कोई फर्क नहीं करना चाहिए। बेटा तो भाग्य से पैदा होता है लेकिन बेटी सौभाग्य से प्राप्त होती है।

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