न्यूज़ एक्सपर्ट—
कानपुर देहात। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व केशव नाथ गुप्ता ने जनपद कानपुर देहात में शीतलहरी के दृष्टिगत जारी दिशा-निर्देश के अंतर्गत “क्या करें, क्या न करें” के तहत उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पंचायतराज अधिकारी, समस्त उप जिलाधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, उप श्रमायुक्त, मनरेगा, जिला विद्यालय निरीक्षक/बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहायक सम्भागीय परिवहन, अधिषासी अधिकारी, (नोडल) नगर पालिका परिषद/ नगर पंचायत को निर्देशित करते हुए बताया है कि शीतलहर के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से जनपद कानपुर देहात के समस्त नागरिकों को सुरक्षा एवं बचाव हेतु निम्नवत् दिशा-निर्देश जारी किये जाते हैं।
*क्या करें:-* शीतलहरी की आपात स्थिति में मौसम की जानकारी लेते रहे। बुजुर्गों एवं बच्चों का विशेष ख्याल रखें तथा अकेले रहने वाले पड़ोसियों विशेष रूप से बुजुर्गों का हालचाल, शरीर में गर्माहट बनाये रखने हेतु गर्म पेय पदार्थों एवं पौष्टिक आहार का सेवन करें। ठंडी हवा के सम्पर्क में आने से बचने के लिए घर के अंदर ही रहें तथा यात्रा कम से कम करें। खुद को सुरक्षित रखने हेतु गर्म कपडों जैसे स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफ्लर आदि का प्रयोग करें। शरीर के अंगों के सुन्न पढने, हाथ-पैर, कान एवं नाक पर सफेद पड़ने या पीला रंग के दाग पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें। शीतलहरी के दौरान पशुओं के रहने वाले स्थान को चारो तरफ से ढककर रखें एवं बैठने वाले स्थान पर पुवाल रखें तथा पशुओं को जूट के बोरे से ढककर रखें। पशुओं को गर्म स्थान पर रखें, उन्हें ठंड लगने पर पशु चिकित्सक की सलाह लें, अपने वाहनों में सफेद लाईट के जगह पीले लाईट का प्रयोग करें, तीव्र मोड, तालाब, नदी, ट्रांसफार्मर के किनारे-किनारे एवं वाहनों पर पीला रेडीयम स्टीकर का प्रयोग करें, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना न होने पाये। शीतलहरी में यात्रा करने पर अपने साथ गर्म पानी का बॉटल अवश्य रखें।
*क्या न करें-*
शरीर की कपकपाहट को नजरअंदाज न करें, बंद कमरे में कोयले की अंगीठी/चूल्हा / हीटर आदि का प्रयोग न करें। शीतलहरी के दौरान तेज रफ्तार में वाहन न चलायें। ठंड के दौरान रात के समय खेतों, तालाबों/झीलों, नदियों में न जाएँ।