दो दिवसीय वैज्ञानिक कार्य क्षमता विकास प्रशिक्षण का हुआ समापन, प्रतिभागियों को दिए गए प्रमाण पत्र

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न्यूज़ एक्सपर्ट—
कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के प्रसार निदेशालय में कृषि और पशु विज्ञान में नवाचार विषय पर दो दिवसीय वैज्ञानिक कार्यक्षमता विकास प्रशिक्षण का समापन हो गया। प्रशिक्षण के दूसरे दिन वैज्ञानिक डॉ संजीव कुमार सिंह ने सब्जियों एवं मसालों की नवीन प्रजातियों के बारे में विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों से आए वैज्ञानिकों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मनुष्य केवल अनाज वाली फसलों पर ही आधारित नहीं रह सकता है। उसे भोजन के साथ-साथ मसाले एवं सब्जियों की आवश्यकता होती है मसाले एवं सब्जियां मनुष्य के शरीर की रक्षा बहुत सी बीमारियों से करते हैं। साथ ही शुद्ध लाभ प्रति का क्षेत्रफल अधिक होता है और रोजगार सृजन में मदद मिलती है। डॉ राजीव ने संरक्षित खेती के विषय में जानकारी दी उन्होंने बताया कि संरक्षित खेती नए युग की ऐसी नवीनतम कृषि प्रणाली है जिसके माध्यम से किसान बाजार की मांग के अनुसार वातावरण को नियंत्रित करते हुए मंहगी फसलें तैयार कर लेता है। अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर धर्मराज सिंह ने उद्यानिकी फसलों में लगने वाले कीट एवं रोगों के बारे में जानकारी दी। जबकि पूर्व प्रोफेसर डॉ कृपाशंकर ने निमेटोड प्रबंधन विषय में बताया।कानपुर मंडल के उप निदेशक उद्यान ने किसानों हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न लाभकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि समन्वयक डॉ आर के यादव ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। अतिथियों को धन्यवाद डॉ वी के कनौजिया ने दिया। इस अवसर पर डॉक्टर पीके राठी,डॉ अनिल सिंह एवं डॉक्टर सोहनलाल वर्मा सहित अन्य वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

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