कानपुर में बहुत तेजी से बढ़ रहे, वायु प्रदूषण एवं भूगर्भ जल प्रदूषण तथा जहरीले पेयजल की आपूर्ति पर अविलम्ब अंकुश लगाया जाए

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न्यूज़ एक्सपर्ट—

लखनऊ। गोविंद नगर विधानसभा के विधायक सुरेंद्र मैथानी जी ने लखनऊ जाकर, माननीय अरविन्द कुमार शर्मा जी, मा. नगर विकास मंत्री जी, उत्तर प्रदेश सरकार से लखनऊ में उनके कैंप कार्यालय में भेंट कर कानपुर में, बहुत तेजी से बढ़ रहे, वायु प्रदूषण एवं भूगर्भ जल प्रदूषण तथा जहरीले पेयजल की आपूर्ति पर अविलम्ब अंकुश लगाने हेतु, ऐ.टू.जेड. कम्पनी द्वारा पनकी बाई पास पर बनाये गये कूड़े के डम्प स्थल को अन्य कहीं
स्थानान्तरित, आबादी विहीन क्षेत्र में (आगे कुछ किलोमीटर बाईपास पर चलकर आबादी विहीन क्षेत्र है) उसमें किये जाने के सम्बन्ध में ज्ञापन सौंपा। विधायक जी ने, मंत्री जी से हुई वार्ता में उन्हें बताया कि, मेरे विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत, कानपुर महानगर के पनकी बाई-पास के किनारे, ऐ.टू.जेड. कम्पनी का कूड़ा डम्प स्थल बनाया गया था और यहाँ पर पूरे महानगर का कूड़ा डम्प किया जाता है। जिसके कारण पनकी के भव सिंह में तथा सरायमीता गांव एवं जमुई गांव एवं बंधुवापुर गांव आदि सहित, आसपास का बहुत बड़े क्षेत्र के लाखों की आबादी, भीषण जहरीले वातावरण में रहने को मजबूर है। कूड़े के पहाड़ से निकलने वाली मीथेन गैस से आसपास के लाखों लोग, नर्क जैसी जहरीली स्थिति को झेलने को भी मजबूर हो रहे हैं। वहीं, कूड़े के पहाड़ से रिस रहा, लीचेट, जमीन के नीचे जा रहा है। यह जहरीला लीचेट पदार्थ, मिट्टी को प्रभावित करने के साथ ही कई किमी दूर तक भूगर्भ जल को प्रदूषित करके, पेयजल को भी दूषित और जहरीला कर रहा है। आईआईटी के वैज्ञानिकों की रिसर्च में भी पाया गया है कि लीचेट (कूड़ा सड़ने के बाद निकल रहा लिक्विड वेस्ट) के कारण आसपास इलाके का भूगर्भ जल लगातार भारी मात्रा में दूषित हो रहा है। अब यह क्षेत्र पूरी तरह से प्रदेूषित हो गया है। आईआईटी की भी एक रिपोर्ट में, पनकी क्षेत्र के साथ कानपुर के कई स्थानों में भूगर्भ जल में अमोनिया का घातक रसायन मिला है। जो आम आदमी एवं बच्चों के जीवन और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। जिससे दिव्यांग बच्चे बढ़ रहे हैं और कैंसर के मरीज भी काफी बढ़ रहे हैं।यह स्थल कानपुर शहर से सीधा जुड़ा होने के कारण, इसका प्रभाव अब शहर के वातावरण में भी पड़ने लगा है।जिसके फलस्वरूप शहर की हवा और पानी प्रदूषित होने लगा है। इस डम्प स्थल के कारण से आसपास की आबादी वाले क्षेत्र में लगभग इसका 10 कि.मी. तक के छेत्र के लगभग 200 व्यक्तियों से भी ज्यादा बच्चे बूढ़े नौजवान और औरतें, विभिन्न बीमारियों एवं डेंगूँ एवं अन्य अनजानी गम्भीर बीमारियों के कारण से ग्रसित हुए और उनकी मौत भी हो गई। विधायक जी ने मंत्री जी को अवगत कराया कि गर्मियों में मीथेन गैस निकलने के कारण आग भी लगती रहती है। कूड़े का निस्तारण न होने से उसकी सड़न के बाद निकलने वाला लिक्विड वेस्ट अत्यधिक नुकसान करता है, कूड़े से निकलने वाला वेस्ट लिक्विड से भूगर्भ जल को कितना नुकसान पहुंच रहा है। उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में प्रमुख समाचार पत्रों में भी इससे होने वाले नुकसान प्रकाशित किये जाते हैं। विधायक जी ने मंत्री जी से कहा आपसे विनम्र निवेदन है कि, बहुत तेजी से बढ़ रहे, वायु प्रदूषण एवं भूगर्भ जल प्रदूषण तथा जहरीले पेयजल की आपूर्ति पर अविलम्ब अंकुश लगाने हेतु, इस कूड़ा डंप स्थल को किसी दूसरे स्थान पर जहां पर मानव आबादी ना हो ऐसा स्थल हाईवे पर आगे उपलब्ध भी है। वहां शिफ्ट किए जाने की कृपा करें। समस्त क्षेत्रवासी, शहरवासी आपके सदा आभारी रहेंगे। जिस पर मा मंत्री जी ने विधायक जी को आश्वत किया और कहा कि, उक्त के संबंध में जल्दी ही आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

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