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राजपुर। सर्वशिक्षा अभियान पर करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद भी बीहड़ पट्टी में बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है। कही शिक्षकों का टोटा है तो कहीं विद्यालय में बच्चे ही नहीं पढाई कार्य करने जा रहे हैं। राजपुर ब्लाक क्षेत्र के बीहड़ पट्टी स्थित इन्द्रपुरा के प्राइमरी विद्यालय में पढाई का जिम्मा शिक्षा मित्र के हवाले है। यहाँ तैनाती के वावजूद प्रधानाध्यापक विद्यालय नहीं आते हैं। शिक्षण कार्य में लापरवाही के चलते प्रधानाध्यापक को निलंबित किया गया है। वही इसी गाँव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में इकलौते शिक्षक श्रीधर सिंह इंचार्ज हेडमास्टर के पद पर तैनात है। विद्यालय में 9 बच्चों का नामांकन तो है, लेकिन एक भी बच्चा विद्यालय नहीं आता है। हालांकि इंचार्ज हेडमास्टर का दावा है कि दो बच्चे स्कूल में पढने आते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में तैनात शिक्षक अक्सर मेडिकल अवकाश पर रहते हैं ऐसे में विद्यालय में तालाबंदी रहती है। तैनात शिक्षक कभी कभार स्कूल आकर घंटे दो घंटे बाद घर चले जाते हैं। उच्च प्राथमिक विद्यालय में पिछले कई बर्षो से श्रीधर सिंह तैनात है। इन्हें इंचार्ज प्रधानाध्यापक तैनाती मिली है। श्रीधर सिंह ने बताया कि नये सत्र में 9 बच्चे पंजीकृत है। हालांकि सभी बच्चे स्कूल नहीं आते है दो या तीन बच्चे कभी कभार स्कूल आते है। शिक्षक का कहना है कि बर्ष 2018 में प्रवेश कुमार प्रधानाध्यापक तैनात थे। उनका गैर जनपद ट्रांसफर हो गया उसके बाद कोई शिक्षक तैनात नहीं किया गया। वह कला के शिक्षक है। विद्यालय में स्टाफ की कमी होने से गाँव के लोगों ने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है। वह दूसरे गाँव के स्कूल में बच्चों को पढने भेजते हैं। ग्राम के राजपाल, राममोहन, अनुराग सिंह, महेन्द्र सिंह, सतनाम सिंह ने बताया कि स्कूल में तैनात शिक्षक श्रीधर सिंह अक्सर मेडिकल अवकाश पर रहते हैं। जिससे स्कूल में तालाबंदी रहती है ऐसे में बच्चों का भविष्य खराब हो रहा है। जिसके चलते ग्रामीण अपने बच्चों को दूसरे गाँव के स्कूल में बच्चों को भेज रहे है। एसडीएम डाक्टर पूनम गौतम ने बताया कि उच्च प्राथमिक विद्यालय में छात्र छात्राओं का पंजीयन न होना गंभीर मामला है। राजपुर खंड शिक्षा अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि जांच कर कार्यवाही की जाएगी सर्व शिक्षा अभियान के तहत गांव में टीम बेचकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
