सीएसए ने मनाया शहीद चंद्रशेखर आजाद का बलिदान दिवस

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न्यूज़ एक्सपर्ट—
कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि उत्पादन विश्वविद्यालय कानपुर में आज शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के बलिदान दिवस को मनाया गया। तत्पश्चात शहीद चंद्रशेखर आजाद की तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रध्दांजलि दी। इसके बाद कुलपति डॉ आनन्द कुमार सिंह ने आजाद द्वारा देश को आजादी दिलाने के लिए किए गये कार्यों को याद किया। इस दौरान उन्होंने शहीद चंद्रशेखर आजाद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजाद महान क्रांतिकारी और प्रखर देशभक्त थे। एक वार ब्रिटिश सिपाहियों ने बालक चंद्रशेखर आजाद को गिरफ्तार कर जब अदालत में पेश किया तो बालक चंद्रशेखर आजाद ने जज के पूछने पर खुद का नाम आजाद बताया पिता का नाम स्वाधीनता और घर का पता जेलखाना बताया। जज भी आजाद की निर्भिकता आत्मविश्वास और देशभक्ति को देखकर अचरज में पढ़ गए और क्रोधित होकर आजाद को 15 कोड़ों की सजा सुना दी। आजाद सजा के दौरान भारत माता की जय बोलते रहे और इसके बाद आजाद ने जीते जी कभी भी ब्रिटिश सिपाहियों के हाथ नहीं आने की प्रतिज्ञा ली। आजाद कहते थे ब्रिटिश हुकूमत के पास ऐसी कोई गोली नहीं बची जो आजाद की जान ले सके। 27 फरवरी 1931 को किसी मुखबिर की सुचना पर अल्फ्रेड पार्क में ब्रिटिश सिपाहियों ने आजाद को चारों तरफ से घेरकर गोलियाँ चलाना शुरू कर दिया। आजाद ने जमकर मुकाबला किया। लेकिन, जब आजाद की पिस्टल में आखिरी गोली बची थी तो अपनी प्रतिज्ञा पूरी करने के लिए आजाद ने आखिरी गोली अपने सिर में मार ली और इस तरह वीरगती को प्राप्त हुए।
इस दौरान उपस्थित सभी शिक्षकों/वैज्ञानिकों/ अधिकारियो एवं कर्मचारियों ने चंद्रशेखर आजाद अमर रहे का जयघोष किया। तथा दो मिनट का मौन भी रखा गया। इस अवसर पर डॉ पीके सिंह निदेशक शोध, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर मुनीश कुमार,निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव, अधिष्ठाता गगृह विज्ञान डॉक्टर मुक्त गर्ग, डॉ नौशाद खान डॉक्टर पी के राठी, डॉक्टर वी के कनौजिया, डॉक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव एवं डॉक्टर आरपीएन सिंह सहित विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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