न्यूज़ एक्सपर्ट—
नई दिल्ली। जिओ, वीआई और एयरटेल जैसी बड़ी टेलिकॉम कंपनियों ने अपने यूजर्स को मोबाइल रिचार्ज की बढ़ती कीमतों से झटका दिया है। इसके विपरीत, सरकारी कंपनी बीएसएनएल ने एक बड़ी खुशखबरी दी है। बीएसएनएल ने घोषणा की है कि उसने आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत पूरे देश में 10,000 4G साइटों की सफल तैनाती कर ली है। इससे देश के बड़े हिस्सों तक बीएसएनएल का 4G नेटवर्क पहुंचाना आसान हो जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बीएसएनएल जहां भी अपने नेटवर्क को अपग्रेड कर रही है, उसे भविष्य में 5G में बदलना आसान होगा। अन्य शब्दों में कहा जाए तो, इस साल अप्रैल तक बीएसएनएल के पास 3,500 4G टावर थे। अब यह संख्या बढ़कर 10,000 टावर हो गई है। कंपनी लंबे समय से पूरे देश में अपनी 4G सेवाओं को लॉन्च करने की योजना बना रही है।
*बीएसएनएल ने मनाया जश्न*
कंपनी ने एक पोस्ट में लिखा कि आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत 10,000 4G साइटों का जश्न मनाया जा रहा है। यह आत्मनिर्भरता और निर्बाध कनेक्टिविटी के लिए है। टेलिकॉमटॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीएसएनएल ने हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे उत्तरी राज्यों में 4G सेवा लॉन्च करके शुरुआती चरण में 8 लाख 4G उपयोगकर्ताओं का आधार बना लिया है। 4G नेटवर्क लॉन्च करने के लिए कंपनी भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है।
*बीएसएनएल का मकसद*
बता दें कि बीएसएनएल उन सुदूर इलाकों में 4G सेव को पहुंचाना चाहती है, जहां किसी और कंपनी की सर्विस नहीं पहुंची है। इस सरकारी टेलिकॉम कंपनी का मकसद उन इलाकों तक कनेक्टिविटी पहुंचाना है, जो सुविधाओं से पीछे हैं। जो यूजर्स अभी 2G और 3G नेटवर्क से जुड़े हैं, उन्हें जल्द से जल्द 4G नेटवर्क पर लाया जाएगा।
*Airtel, Jio, Vi को टक्कर देने की तयारी*
बीएसएनएल ने प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों Airtel, Jio, Vi को मुकाबला करने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी अगले महीने पूरे देश में 4G सेवा लॉन्च कर सकती है। बीएसएनएल ने हाल ही में 10,000 से अधिक मोबाइल टॉवर्स को 4G में अपग्रेड कर लिया है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से 4G सेवा लॉन्च करने का हिंट भी दिया है। कंपनी ने अपने एक्स हैंडल से नए 4G प्रीपेड रिचार्ज प्लान की विवरण शेयर की है। इन प्लान्स में यूजर्स को अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग, 4G इंटरनेट डेटा, और कई अतिरिक्त सेवाएं मिलेंगी।