किसानों से हुआ सीधा संवाद,दिए सब्जी उत्पादन के टिप्स

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न्यूज़ एक्सपर्ट—

कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर द्वारा सब्जी उत्कृष्ठता केंद्र योजना अंतर्गत आज ग्राम बिल्टी, विकासखंड सरवनखेड़ा में विशाल कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया है। जिसमें वैज्ञानिकों द्वारा सब्जी उत्पादन के विभिन्न पहलुओं पर जानकारियां दी गई। परियोजना के मुख्य समन्वयक डा डी पी सिंह ने बताया कि परियोजना का उद्देश्य कृषकों के मध्य सब्जी बीजों की प्रजातियों की उपलब्धता एवं महत्व को बढ़ावा देना है जिससे सब्जी उत्पादक कृषकों की आय में बढ़ोतरी हो। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर हरिश्चंद्र सिंह द्वारा सिंचाई प्रबंधन पर जानकारी देते हुए कहा कि सब्जी फसलों में क्रांतिक अवस्थाओं पर ही सिंचाई करें अनावश्यक एवं अधिक मात्रा में सिंचाई जल के प्रयोग करने से फसल तथा मिट्टी दोनों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। तथा पानी जैसे बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन का व्हास होता है। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर मनोज कटियार द्वारा सब्जी फसलों में कीट प्रबंधन पर चर्चा की गई तथा बताया कि पत्तियों से रस चूसने वाले कीटों के प्रभावी नियंत्रण के लिए इमिडाक्लोप्रिड की एक मिली लीटर मात्रा का 3 लीटर पानी में घोल बनाकर फसलों पर छिड़काव करें। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर संजीव सचान द्वारा मसाला फसलों में खरपतवार प्रबंधन की जानकारी दी गई तथा उन्होंने कहा कि बीज मसाला फसलों की बुवाई के बाद 2 दिन के अंतर्गत पेंडिमेथलीन की 3.3 लीटर मात्रा का प्रति हेक्टेयर की दर से भूमि पर छिड़काव करने से अधिकांश खरपतवारों का बड़ी आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर खलील खान द्वारा बताया गया कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से मिट्टी का पीएच मान बढ़ रहा है इसलिए मिट्टी में सल्फर तत्व का प्रयोग किया जाना आवश्यक है। जिसके लिए जिप्सम या फास्फोजिप्सम या दानेदार सल्फर का प्रयोग करें। इस अवसर पर प्रगतिशील किसान अजय कुमार सिंह परिहार, कृष्णपाल सिंह परिहार सहित एक सैकड़ा से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया।

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