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कानपुर नगर। मा0 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) न्यायालय शुल्क, स्टाम्प एवं पंजीयन उ0प्र0 रवीन्द्र जायसवाल ने आज जनपद भ्रमण के दौरान सर्किट हाउस सभागार में मण्डलीय विभागीय समीक्षा बैठक की। बैठक में डी0आई0जी0 स्टाम्प कानपुर मण्डल कौशलेन्द्र शुक्ला, ए0आई0जी0 स्टाम्प कानपुर नगर श्याम सिंह बिसेन, कानपुर देहात अशोक कटारिया, फरूखाबाद राजेश कुमार, इटावा एन0पी0 सिंह, औरैया अमिताभ कुमार, कन्नौज सुषमा सहित मण्डल के सभी जनपदों के सब रजिस्ट्रार उपस्थित रहे। समीक्षा बैठक के उपरान्त मा0 मंत्री जी ने कहा कि कानून व्यवस्था बेहतर होने का यह परिणाम है कि लगभग दो गुना यहां पर डॉक्यूमेन्ट हो रहे हैं वर्ष 2016-17 में उत्तर प्रदेश के अन्दर डॉक्यूमेन्ट होते थे लगभग 16 लाख के आस-पास और अब पहुंच गए हैं 32 लाख लगभग दो गुना रजिस्ट्री हो रही है, कोई भी व्यक्ति अपना मकान, आवास, कोठी, जमीन वहां खरीदता है जहां पर अच्छा माहौल होता है, कानून व्यवस्था बेहतर होती है, मा0 मुख्यमंत्री जी के प्रदेश में कानून व्यवस्था अच्छी है, और इस बात का प्रमाण है कि लगभग दो गुना रजिस्ट्री हो रही है। वर्ष-2016-17 में उ0प्र0 का रिवेन्यू था 11613 करोड़ था, वर्ष 2022-23 में पहुंच गया है 24851 करोड बिना सर्किल रेट बढ़ाए हुए। रजिस्ट्री ऑफिस में करप्शन कन्ट्रोल करने के लिए सभी कार्यालयो में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगा दिए गए हैं, सी0सी0टी0वी0 कैमरे में वॉइस रिकॉर्डिंग भी रहती है। मुख्यालय स्तर से इसकी मॉनिटरिंग होती है, प्रदेश के लगभग सभी रजिस्ट्री कार्यालय सी0सी0टी0वी0 के दायरे में है, मा0 प्रधानमंत्री जी व मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा जीरो टॉलरेंस के अनुरूप यह विभाग कार्य कर रहा है, किसी भी कीमत में रजिस्ट्री ऑफिस में बिचौलिए नहीं दिखना चाहिए इसकी चेतावनी अधिकारियों को दी जा रही है, यदि बिचौलियों का कार्यालय में आवागमन होता है तो ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
स्टाम्प वेंडर के माध्यम से नौजवान बेरोजगारों को रोजगार करने के लिए इसमें रास्ता है, नौजवान इसमें आए और स्टाम्प वेंडर बनकर अपना उद्यम कर सकते हैं, 48 घण्टे में उनका स्टाम्प बेचने के लिए लाइसेंस मिल जाता है, यह व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है। हर घर में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने के लिए ब्लड के रिश्ते में गिफ्ट डिड की परियोजना लाई गई थी, उसमें 3.5 लाख के ऊपर डॉक्यूमेंट हो चुके हैं। यदि प्रदेश की आबादी 25 करोड़ की है तो लगभग ढाई-तीन करोड़ परिवार होंगे, उसमें से 03 लाख परिवारों ने इस योजना का लाभ उठाकर अपने घर-परिवार में सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में सफल रहे हैं।