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कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने राष्ट्रीय संगोष्ठी में कृषि वैज्ञानिकों को प्राकृतिक एवं जैविक खेती हेतु विशेष तौर पर प्रेरित किया। वे आज टिकाऊ कृषि हेतु प्राकृतिक एवं जैविक खेती विषयक एक दिवसीय डॉक्टर कीर्ति सिंह स्मारक व्याख्यान एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान लखनऊ में व्याख्यान दे रहे थे। डॉ सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि प्राकृतिक एवं जैविक खेती से स्वास्थ्यवर्धक एवं गुणवत्ता परक खाद्यान्न प्राप्त होता है। साथ ही साथ पर्यावरण एवं मृदा स्वास्थ्य भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने वैज्ञानिकों का आवाहन करते हुए कहा कि किसानों को परंपरागत पद्धति से खेती पर प्रशिक्षण न दें बल्कि खेती की उन्नत तकनीक को सिखा कर इसे लाभ का व्यवसाय बनवाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मिट्टी काफी उर्वर है जिसमें खाद्यान्न एवं उद्यानिकी सभी प्रकार की फसलें ली जा रही हैं। उन्होंने वैज्ञानिकों को उद्यानिकी एवं मसाला फसलों जैसी अधिक आय परक फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाने पर भी जोर दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ आर के सिंह ने की। जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर बी एच यू बनारस के पूर्व कुलपति एवं आईसीएआर के पूर्व महानिदेशक डॉक्टर पंजाब सिंह तथा आईसीएआर के उप महानिदेशक (प्रसार) डा . यू एस गौतम बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। बाद में कार्यक्रम में तकनीकी सत्र प्रारंभ हुआ। जिसमें देश के विभिन्न संस्थाओं से आए वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉक्टर स्वाती ने किया।